नई दिल्ली

दिल्ली ब्लास्ट की जांच महाराष्ट्र पहुंची: नकली महिला IAS के कमरे से मिला 19 करोड़ का चेक, पाक आर्मी से कनेक्शन ने उड़ाए होश

• संभाजीनगर के होटल से ‘कल्पना भागवत’ गिरफ्तार, 6 महीने से रह रही थी

• मोबाइल में मिले पाकिस्तानी सेना और अफगान दूतावास के नंबर

• धमाके वाले दिन (10 नवंबर) दिल्ली में ही मौजूद थी संदिग्ध महिला

नई दिल्ली: संभाजीनगर/दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण बम धमाके की जांच के तार अब महाराष्ट्र से जुड़ते नजर आ रहे हैं। जांच एजेंसियों ने संभाजीनगर (औरंगाबाद) के एक लग्जरी होटल से एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जो खुद को आईएएस (IAS) अधिकारी बताकर वहां रह रही थी। महिला के पास से 19 करोड़ रुपये का चेक, पाकिस्तान आर्मी के अधिकारियों के नंबर और फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।

धमाके के दिन दिल्ली में थी लोकेशन

पुलिस जांच में सामने आया है कि खुद को ‘कल्पना भागवत’ बताने वाली यह महिला पिछले 6 महीने से संभाजीनगर के एक होटल में रह रही थी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 10 नवंबर 2025 को, जिस दिन दिल्ली में लाल किले के पास आई-20 कार में धमाका हुआ था, उस दिन यह महिला दिल्ली में ही मौजूद थी। पुलिस अब इस संयोग को ब्लास्ट के संभावित लिंक के रूप में देख रही है।

पाक आर्मी और अफगान कनेक्शन

कोर्ट में रिमांड मांगते हुए पुलिस ने बताया कि महिला के तार सीधे पाकिस्तान और अफगानिस्तान से जुड़े हैं।

  • बॉयफ्रेंड और भाई: जांच में पता चला है कि महिला के बैंक खाते में उसके पाकिस्तानी बॉयफ्रेंड ‘अशरफ खलील’ और अफगानिस्तान में रहने वाले उसके भाई ‘आवेद खलील’ ने बड़ी रकम ट्रांसफर की है।
  • संगीन संपर्क: महिला के पास 10 इंटरनेशनल फोन नंबर मिले हैं। उसकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में पेशावर आर्मी कैंटोनमेंट बोर्ड (पाक सेना) और अफगानिस्तान दूतावास के नंबर भी पाए गए हैं।

कमरे से मिला 19 करोड़ का चेक

पुलिस ने जब होटल के कमरे की तलाशी ली, तो वहां से 19 करोड़ रुपये का एक चेक और 6 लाख रुपये का एक अन्य चेक बरामद हुआ। इसके अलावा, उसके पास से 2017 का एक फर्जी आईएएस अपॉइंटमेंट लेटर और एक संदिग्ध आधार कार्ड भी मिला है।

नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा?

पुलिस ने कोर्ट से कहा कि महिला ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के लिए खतरा हो सकती है। अब पुलिस रिमांड में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस महिला ने दिल्ली ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों—मुजम्मिल शकील, अदील अहमद और आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर-उन-नबी—की किसी तरह से मदद की थी? क्या वह फंडिंग या लॉजिस्टिक्स का हिस्सा थी?

गौरतलब है कि 10 नवंबर को हुए इस आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।


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