लखनऊ : भारतीय समाज दल ने शहीदों की याद में शहादत दिवस समारोह का आयोजन किया ।
लखनऊ: आज दिनांक 7.9.2023 को भारतीय समाज दल के तत्वाधान में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 वह क्रिमिनल ट्राइव एक्ट 1871 वी 1924 के तहत शाहिद होने वाले शहीदों की याद में शहादत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया । समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय समाज दल व पशुधन विकास बोर्ड, उत्तर प्रदेश सरकार के सदस्य मान्य श्री नारायण राजभर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत का स्वरूप दिखाई दे रहा है । इसकी बुनियाद 1857 की क्रांति से जुड़ी हुई है क्योंकि ईस्ट इंडिया कंपनी बनाकर भारत में व्यापार करने आए अंग्रेजों ने इस देश की सामाजिक मतभेदिता का लाभ उठाकर इस देश पर अधिकार कर लिया । व्यापारी ईस्ट इंडिया कंपनी भारत की अकूत संपदा को विभिन्न तरीके से लूटने लगे। यहां के लोग दाने दाने के लिए मोहताज होने लगे l इस समय भारत में दो तरीके के लोग थे । एक वह जो देश को लूटने वाले अंग्रेजों का साथ दे रहे थे और एक वह थे जो देश को अंग्रेजों से मुक्त करने के लिए लड़ने वाले लोग थे । देश के लिए लड़ने वाले लोगों ने अंग्रेजों को देश से भगाने के लिए 1857 में एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी जिससे हम इतिहास में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का युद्ध कहते हैं इस युद्ध से अंग्रेजों में इतना भयभीत उत्पन्न हो गया कि यही कि कुछ लोगों के सहयोग से उन लड़ाकू कौमों को मिटाने के लिए दमनकारी नीति अपनाई। इसकी तहत क्रिमिनल ट्राइब एक्ट 1871 से 1924 तक 13 एक्ट बनाएं इन कौमों के लिए जय कला पानी की सजा उनकी जमीन छीना इनको समाप्त करने का हर संभव प्रयास किया । इस समय देश में निवास करने वाले लड़ाकू कौमों में राजभर, निषाद, लोधी, ढीमर, मांझी, कोरी, समाज को तोड डाला । जिसका असर आज भी है जो 70 साल बाद भी इन वर्गों में कलेक्टर, आईएएस, आईपीएस, डीएम ,जजों की संख्या कितनी है । यह बहुत बड़ा सवाल है यह घटना सिद्ध करते हैं कि देश व प्रदेश की सरकारों ने देश के प्रति कुर्बानियां देने वाली इन कर्मों का विकास व माल सामान दिलाने का कोई विकल्प नहीं बनाया । हमारा दल देश के प्रति कुर्बानी देने वाले इन राजभर, निषाद, लोधी, बिंद ,और बाल्मीकि सहित सभी जातियों का विकास व मान सम्मान देने व दिलाने में बहुत बड़ी भूमिका निभायेगी ।