बीएलओ की कार्यप्रणाली पर समाजवादी पार्टी का सवाल, मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन

लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश को विस्तृत ज्ञापन सौंपा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने यह मांग उठाई है कि पूरे प्रदेश में एसआईआर (Special Summary Revision) प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी तरीके से कराई जाए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की 403 विधानसभा क्षेत्रों में स्थित 1,62,486 पोलिंग स्टेशनों पर बीएलओ द्वारा मतदाताओं को 2003 की मतदाता सूची की पूरी जानकारी उपलब्ध कराना आवश्यक है। उन्होंने मांग की कि 2003 की मतदाता सूची को सभी पोलिंग स्टेशनों पर ऑनलाइन अपलोड किया जाए और बीएलओ घर-घर जाकर गणना-प्रपत्र की दो प्रतियां वितरित व संग्रहित करें।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गणना-प्रपत्र के साथ किसी भी प्रकार के दस्तावेज की मांग करना गैरकानूनी है और ऐसा करने वाले बीएलओ पर कार्रवाई होनी चाहिए।
गाजियाबाद में बीएलओ पर गंभीर आरोप
ज्ञापन में कहा गया कि गाजियाबाद जिले की कई विधानसभाओं में बीएलओ न तो 2003 की मतदाता सूची के बारे में जानकारी दे रहे हैं और न ही गणना-प्रपत्र घर-घर वितरित कर रहे हैं।
कई बीएलओ मतदाताओं पर केवल 2025 की मतदाता सूची का विवरण भरने का दबाव बना रहे हैं।
साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के कई पोलिंग स्टेशनों —
126, 517, 408, 413, 414, 527, 79, 1130, 428, 210 — पर मतदाताओं को गणना-प्रपत्र ही नहीं मिल रहे हैं।
गाजियाबाद विधानसभा के पोलिंग स्टेशन 280 पर 2003 की मतदाता सूची ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है।
संतकबीर नगर में मतदाताओं की परेशानी बढ़ने की आशंका
314-धनघटा विधानसभा के कई पोलिंग स्टेशनों —
219, 250, 273, 322, 352, 360 — पर भी 2003 की मतदाता सूची अपलोड नहीं है।
पार्टी का कहना है कि 09 दिसंबर 2025 को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद ऐसे मतदाताओं को नोटिस मिलेंगे और वे अनावश्यक रूप से परेशान होंगे।
लखीमपुर खीरी में 620 मतदाता सूची से ‘लापता’
पार्टी ने 144-मोहम्मदी विधानसभा का एक गंभीर मामला भी उठाया है।
यहां पोलिंग स्टेशन संख्या 09 में 2003 की मतदाता सूची में
क्रमांक 879 के बाद सीधा 1499 अंकित है।
बीच के लगभग 620 मतदाता सूची से गायब हैं।
SP का कहना है कि ऐसे मतदाता गणना-प्रपत्र में विवरण नहीं भर पाएंगे और उन्हें बाद में नोटिस मिल सकता है।
सपा नेताओं ने सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन के.के. श्रीवास्तव और राधेश्याम सिंह ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सौंपा।
मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि यह मामला अत्यंत गंभीर है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
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